Friday 27 July 2018

लाल बटन को दबाओ जादू देखो

उन दोनों को बस में देखा था पहली बार। बिलकुल भी अच्छी जोड़ी नही थी। लड़की छोटी तो लड़का लम्बा , लड़की पतली तो लड़का मोटा। पर फिर भी दोनों जैसे एक दूसरे को ऐसे देख रहे थे कि न चाहते हुए भी नज़रे उनकी तरफ़ जा रही थी। जब खुद किसी से पागलों वाला प्यार किया हो तो हर प्यार करने वाले में भगवान नज़र आने लगता है।
वो लड़का कुछ भी बोलता तो लड़की बहुत ध्यान से सुनती और फिर शरमा के खिड़की से बाहर देखने लगती। और जब लड़की कुछ बोलने लगती तो लड़का एकदम उसकी आँखों में आँखें डाल के देखता पर लड़की फिर से शरमा के खिड़की से बाहर देखने लगती। पता नही वो दोनों एकदूसरे से इतना प्यार करते भी हैं जितना मैं समझ रही थी। पर थोड़ी देर उन दोनों को देखने के बाद लग रहा था बड़ी अच्छी जोड़ी है।
शायद ये उन दोनों के प्यार का पहला सफर था। बाहर बारिश और बस में उन दोनों का प्यार बरस रहा था।अभी भोपाल पहुंचने में 2-3 घंटे और बाकी थे। मैंने सोचा कि " नेहा बेटा, इससे पहले तुम स्टॉकर घोषित कर दी जाओ अपनी नॉवेल पढ़ने में ध्यान लगा लो।"
थोड़ी देर बाद फ़िर से नज़रें उनकी तरफ गई तो लड़की बस की खिड़की पर सिर टिकाये सो गई थी और लड़का अपनी सीट पर ही गर्दन उपर किये। तभी ड्राइवर ने तेज़ी से ब्रेक लगाए और लड़के ने खुद को सम्भालते हुए लड़की की कलाई बड़ी तेज़ से पकड़ी। लड़की का सिर खिड़की में काफ़ी तेज़ लगा। लड़के ने लड़की का सिर अपने कंधे पर टिकाया, लड़की की उंगलियों के बीच में खुद की उंगलियों को एडजस्ट किया और दूसरे हाथ से उसका सिर दबाने लगा जिस तरफ़ से वो खिड़की में लगा था। लड़की की हालत देख कर साफ पता लग रहा था कि पहली बार लड़के ने उसका हाथ पकड़ा है। मैं उस लड़की के चेहरे का लाल होना साफ देख पा रही थी। पर लड़का वो मोमेंट मिस कर चुका था। ये सोच कर मुझे बड़ी तेज़ हंसी आ गयी।
लड़की शायद बहूत नींद में थी तभी आराम से लड़के के कंधे पर सिर रख कर सो गई। अब दोनों ने एक दूसरे का हाथ कस कर पकड़ा हुआ था जैसे कि दोनों ने जीवन भर के लिए एक दूसरे का हाथ पकड़ा हो। लड़की की आंख खुली और उसने सोते हुए लड़के को बड़े प्यार से निहारा और फिर अपना स्टाल लड़के को भी ओढा दिया। उन दोनों के प्यार में सिर्फ प्यार नहीं था केअर भी दिखाई पड़ रही थी। दोनों कोई मौका नही छोड़ रहे थे एक-दूजे को अपने प्यार का एहसास कराने में। ऐसा लग रहा था कि दोनों के बीच प्रतियोगिता चल रही है कि कौन किससे ज्यादा प्यार करता है।
अब बाकी रही सही कसर बारिश ने पूरी कर दी। लगातार बढती बारिश में बस की छत टपकने लगी। वो भी ठीक वहाँ से जहाँ वो दोनों बैठे थे। उन्होंने कंडक्टर को बुलाया और कोई दूसरी सीट देने के लिए बोला। पूरी बस में एक भी सीट खाली नहीं थी।
कंडक्टर ने उन दोनों को कहा कि " मैडम आप मेरी सीट पर बैठ जाओ और भाई आपको थोड़ा एडजस्ट करना पड़ेगा। बस 30-40 मिनट लगेगी पहुंचने में।"
लड़के ने लड़की से काफ़ी ज़िद की वो जाकर कंडक्टर की सीट पर बैठ जाये। लड़की ने साफ मना कर दिया। और कंडक्टर से कहा कि " भैया आप जाओ हम मैनेज कर लेंगें।" अब मेरे साथ-साथ पूरी बस की नजरें उन दोनों की तरफ थी।
एक अंकल के पास अखबार था उन्होंने लड़के को बोला पानी टपकने वाली जगह पर अटका दे। अखबार से 5 मिनट पानी रुका और अखबार के गलते ही फिर से पानी टपकने लगा। वो दोनों एक दूसरे को देखके हँसे जा रहे था और उन दोनों का हंसना देख पूरी बस वाले। लड़के ने वहां अपना हाथ रख लिया जहाँ से पानी टपक रहा था। 1 मिनट बाद ही लड़की ने कहा कि हाथ हटाओ थक जाओगे। मुझे तो बारिश में भीगना वैसे भी पसंद है।" लड़के ने कहा कि "पर मुझे पसंद नहीं है। "
लड़की ने लड़के का हाथ हटा कर खुद का हाथ रख दिया, फिर लड़के ने लड़की का हाथ हटा कर खुद का। 10 मिनट बाद दोनों थक कर अपनी-अपनी जगह बैठ गए। जैसे बहुत खेलने के बाद बच्चे थक के मम्मी की गोद में सिर रख लेते हैं वैसे ही लड़की ने लड़के के कंधे पर सिर रखा और लड़के ने लड़की के सिर पर। इस 5-10, मिनट के बारिश से बचने वाले खेल ने उन दोनों को और थोड़ा और करीब ला दिया था। लड़की ने बड़ा सीरियस होकर लड़के को कहा कि "बारिश से बचने की कोशिश बारिश का मज़ा कम कर देती है।"
लड़के ने भी कहा कि "बीमार होने से बचने के लिए बारिश से भी बचना पड़ता है।"
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आज सीसीडी में अभिषेक के साथ बैठी थी। तभी दूसरी टेबल पर बैठे एक लड़का-लड़की पर मेरी नज़र गयी। मैंने अभिषेक को बोला कि " देखो वो बस वाला कपल।" अभिषेक को बस वाली पूरी कहानी खूब मसाला मिर्ची लगा कर सुनाई थी मैंने।
अभिषेक ने जैसे ही उन लोगों को पलट कर देखा वो लड़का भी तभी पलट कर हमारी तरफ देख रहा था। अभिषेक ने कहा कि शायद उस लडक़ी ने भी लड़के को ये ही बोला था कि "देखो वो बस में हमें घूरने वाली लड़की।"
कुछ देर बाद हम चारों एक साथ बैठे ठहाके लगा कर हंस रहे थे और एक ही कहानी अपने-अपने तरह से एकदूसरे को सुना रहे थे। और हाँ उन दोनों का नाम भी अभिषेक-नेहा था।

Saturday 7 July 2018